
REET Pre (Patrta Pariksha) 2025 Level 2 Syllabus Pdf Download – Science+Maths & Social Science
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REET PRE EXAM PATTERN
LEVEL-2 (Exam Pattern):
भाग | विषय | प्रश्न | अंक | समय |
---|---|---|---|---|
A. | बाल विकास एवं शिक्षण विधियां | 30 | 30 | |
B. | भाषा -1 (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी) | 30 | 30 | |
C. | भाषा -2 (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी) | 30 | 30 | 2.30Hr |
D. | गणित और विज्ञान / सामाजिक अध्ययन | 60 | 60 | |
कुल | 150 | 150 |
- प्रश्न–पत्र में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे तथा सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे।
- ऋणात्मक अंकन नहीं होगा।
- परीक्षा ऑफलाइन होगी।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET)
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर
पाठ्यक्रम (Syllabus)
स्तर – II (Level – II)
(कक्षा 6 से 8 तक)
खण्ड–I
खण्ड का शीर्षक – बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ
कुल प्रश्न: 30
कुल अंक: 30
- बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध।
- वंशानुगत एवं वातावरण की भूमिका।
- व्यक्तिगत विभिन्नताएँ: अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तित्व विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
- व्यक्ति: संकल्पना, प्रकार व व्यक्ति को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
- बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुगुणी सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
- विभिन्न अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछड़े, विविधत, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलगावग्रस्त– वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम असमर्थ युवा बच्चे।
- अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ।
- समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका।
- अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
- अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गेस्टाल्टवाद, संज्ञानवाद, निर्माणवाद) एवं इनके निहितार्थ।
- बच्चे सीखते कैसे हैं? अधिगम की प्रक्रियाएँ। (चिंतन, कल्पना एवं तर्क (निमित्तिवादी उपाय, आनुभविक अधिगम, समस्या–निवारण, अवलोकन एवं समस्या समाधान))।
- अधिगम एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा–2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
- आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, प्रकार एवं सतत मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षा का निर्माण व सीखने के प्रतिफल।
- निर्देशन एवं अनुसन्धान।
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम–2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
खण्ड–II, खण्ड शीर्षक: भाषा 1 हिन्दी
कुल प्रश्न: 30
कुल अंक: 30
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण से संबंधित प्रश्न:
- शब्द ज्ञान– तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द, पर्यायवाची, विलोम, एकार्थी शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय।
- संधि और समास, रचना, सर्वनाम, विशेषण, विशेष्य, अव्यय, वाक्यों के लिए एक शब्द, शब्द शुद्धि।
- एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न:
- रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन, काल और लिंग बदलना, राजस्थानी शब्दों के हिन्दी रूप।
- वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
- भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास।
- भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु–माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समय एवं सतत मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण।
प्रश्न पत्र – II खण्ड–3 भाषा–द्वितीय–संस्कृतम्
प्रश्नः – 30
प्रश्नांकः – 30
- एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित–व्याकरण–सम्बद्धीनः प्रश्नाः : –
शब्दरूप–धातुरूप–कारक–विभक्तिः–उपसर्गाः–प्रत्ययाः–सन्धिः–समासः–अलंकारः–सर्वनाम–विशेषण–विशेषण
– लिंग–अव्यय इत्यादि प्रश्नाः। - एकम् अपठितं पद्यांशम् वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहासं कला सांस्कृति वाधारित्य निम्नलिखित–
बिन्दुसम्बद्धीनः व्याकरण प्रश्नाः : – - सन्धिः–समासः–कारक–प्रत्यय–छन्द–अलंकार–विशेषण–विशेषण–लिंगसम्बन्धिः प्रश्नाः।
- संस्कृतज्ञान–समयज्ञान–मोहविमोक्षस्वरूपाणां सम्बन्धिः प्रश्नाः।
- संस्कृतवाच्यविधः स्वर–व्यञ्जन–उच्चारस्थानानि, व्याकरणपरिवर्तनम् (लट्लकारः) अनुशीलनशोधनम्,
संस्कृतव्याकरणम्: –
(i) संस्कृत–भाषा–शिक्षण–विषयः।
(ii) संस्कृतभाषा–शिक्षण–सिद्धान्ताः।
(iii) संस्कृत शिक्षणविधयः प्रश्नाः। - संस्कृतभाषाकोशारथ्यस्य विकासः (श्रवणम्, समायापनम्, पठन्, लेखनम्)
संस्कृतशिक्षण–अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षण संशोधनसाधनानि, संस्कृतपाठयपुस्तकानि। - संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन–सम्बद्धीनः प्रश्नाः।
- मौखिक–लिखितप्रश्नानां प्रकारः सततमूल्यांकनम् उपचारात्मक–शिक्षणम्।
प्रश्न पत्र – II, खण्ड – IV (a), खण्ड का शीर्षक : गणित और विज्ञान
कुल प्रश्न : 60
कुल अंक : 60
- गणित
घातांक : समान आधार की घातीय संख्याओं का गुण तथा भाग, घातांक नियम।
बीजगणितीय व्यंजक : बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुण तथा भाग, सर्वसामान्यकरण।
गुणनखंड : सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखंड।
समीकरण : सरल एकघातीय समीकरण।
वर्ग और वर्गमूल
घन और घनमूल - ब्याज : सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ–हानि,
अनुपात एवं समानुपात : मानमूल्य की भागों में विभाजन, भिन्न।
प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, ह्रास। - रेखा तथा कोण, रेखा खण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार,।
समतलीय आकृतियां : त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज।
समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप : त्रिभुज, आयत, समांतर चतुर्भुज एवं सम्मलब चतुर्भुज।
पूर्णीय क्षेत्रफल तथा आयतन: घन, घनाभ एवं लंबवृत्तीय बेलन। - सांख्यिकी : अांकों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारणी, मिजान चित्र, स्तम्भ (बार) लेखाचित्र
एवं आयत लेखाचित्र, द्वितीय ग्राफ (पाई चित्र)।
लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्न प्रकार के लेखाचित्र।
प्रायिकता। - गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति
पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता
गणित की भाषा
सामुदायिक गणित - मूल्यांकन
उपचारात्मक शिक्षण
शिक्षण की समस्याएं
विज्ञान
- सजीव एवं निर्जीव : परिचय, अन्तर एवं लक्षण
- सूक्ष्म जीव: जीवाणु, वायरस, कवक; (लाभकारी एवं हानिकारक)
- सजीव – पौधों के प्रकार एवं विभिन भाग, पादपों में पोषण, स्वसन एवं उत्सर्जन, पादप और जंतु कोशिकाओं की संरचना और कार्य, कोशिका विभाजन
- मानव शरीर एवं स्वास्थ्य – सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड), रोगों से बचाव के उपाय; मानव शरीर के विभिन्न तंत्र; संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव); भोजन के स्रोत, भोजन के प्रमुख अवयव और इनके न होने वाले रोग, संतुलित भोजन।
- जनन प्रजनन एवं किशोरावस्था : जनन की विधियाँ; लैंगिक एवं अलैंगिक, किशोरावस्था एवं यौवनावस्था : शारीरिक परिवर्तन, जनन में हार्मोनस की भूमिका, जननांगों स्वास्थ्य।
- यांत्रिकी – बल एवं गति, बलों के प्रकार (स्थिर बल, घर्षण बल, गुरुत्व बल, चुंबकीय बल, स्थिर वैद्युत बल, आदि), गति के प्रकार (रेखीय, घूर्णन, कम्पन, आवर्त गति पूर्ण गति), दाब, वायुमंडलीय दाब, उत्पलन बल, कार्य एवं ऊर्जा, ऊष्मा के परिवर्तन तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊष्मा संरक्षण।
- ताप एवं ऊष्मा – ताप एवं ऊष्मा का अध्ययन, तापमान, ऊष्मा संरक्षण।
- प्रकाश एवं ध्वनि – प्रकाश के स्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलिय दर्पण, समतल दर्पण व गोलिय दर्पण से प्रतिबिम्ब बनाना, प्रकाश का अपवर्तन, लेंस एवं लेंस से प्रतिबिम्ब का निर्माण, ध्वनि, ध्वनि के अधिकरण, ध्वनि संरक्षण, ध्वनि प्रदूषण।
- विद्युत एवं चुंबकत्व – विद्युत धारा, विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के ऊष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवं चुंबकत्व।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, सन्निहित रेशे तथा प्लास्टिक – सन्निहित रेशों के गुणधर्म एवं प्रकार, प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म, प्लास्टिक एवं पर्यावरण, डिटर्जेंट, सीमेन्ट आदि, चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स रेफ, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें), दूरसंचार के क्षेत्र में फैक्स मशीन, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी।
- सौर मण्डल – चन्द्रमा एवं तारे, तारे परिवार – सूर्य एवं ग्रह, ग्रहों केक, तारामण्डल।
- पदार्थ की संरचना – परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना; तत्व, यौगिक और मिश्रण; भिन्नता के अवयवों का पृथक्करण; तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन।
- रासायनिक पदार्थ – ऑक्साइड्स, हाइड्रोजन गैस, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र, कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस।
कृषि प्रबंधन : कृषि पद्धतियाँ, फसलों के प्रकार व उदाहरण
विज्ञान की संरचना एवं प्रकृति
- प्राकृतिक विज्ञान : लक्ष्य एवं उद्देश्य, प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, प्रदूषण व नियंत्रण, जैव विविधता, अनुकूलन, कचरा प्रबंधन
- जैव विकास
- विज्ञान को समझना
- विज्ञान की शिक्षण विधियाँ
नवाचार
- पाठ्य सामग्री / सहायक सामग्री मूल्यांकन
- समस्याएँ, उपचारात्मक शिक्षण
प्रश्न पत्र – II, खण्ड – IV (b), खण्ड शीर्षक : सामाजिक अध्ययन
कुल प्रश्न: 60
कुल अंक: 60
सामाजिक अध्ययन
- भारतीय संस्कृति, संस्कृतियाँ एवं समाज
सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति, जैन व बौद्ध धर्म, महान जनपदकाल। - मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य एवं उत्तरकालीन काल
राजनैतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति की प्राचीन योगदान। भारत 600–1000 ईसवी: गुप्तकाल भारत। - मध्यकाल एवं आधुनिक काल
भक्ति और सूफी आंदोलन, मुगल राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीय अधिनियम तथा ब्रिटिश शासन, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (1885–1947)। - भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र
भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषताएँ, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, लोकसभा में विज्ञान का महत्व। - सरकार : स्तर एवं कार्य
संसद, विधानसभा, राष्ट्रपति एवं मंत्रिपरिषद, उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगर पालिका, राज्य–प्रशासन (राजस्थान के विशेष सन्दर्भ में), जिला प्रशासन व पंचायत व्यवस्था। - पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण
सौर मंडल, आकाश, वातावरण, पृथ्वी की गतियाँ, वायुदाब एवं पवन, चक्रवात एवं प्रतिचक्रवात, महासागरीय परिरोहीकरण, जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय समस्याएँ एवं समाधान। - भारत का भौगोलिक परिवेश
भू–आकृति, प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बाढ़ एवं सूखे, नदियों घाटी परियोजनाएँ, भूमि, कृषि फसलों, उद्योग, खनिज, परिवहन, संचार, पर्यटन, सामाजिक, आर्थिक व भौगोलिक सामरिक कार्यवाहियाँ। - राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन
मौसम प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीलें, खनिज, कृषि उत्पादन–संसाधन एवं संरचना, कृषि फसलों, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थान की प्रमुख नदियाँ एवं नदी घाटी परियोजनाएँ, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन्य एवं वन्य जीवन। - राजस्थान का इतिहास
प्रमुख राजवंशों एवं नगरों, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान में जनजातीय जनजागरण व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व। - राजस्थान की कला एवं संस्कृति
राजस्थान का चित्रकला (कृष्ण, राधा, मेवाड़) राजस्थानी के सिनेमा, त्योहार एवं लोक कला, राजस्थान की हस्तकला एवं शिल्प कला, राजस्थान की प्रमुख काव्य एवं साहित्य। - शिक्षाशास्त्र खंड – I
सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन की संरचना एवं प्रकृति; कक्षा–कक्ष की प्रक्रिया, क्रियात्मकता एवं विधियाँ; सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएँ; सामाजिक विज्ञान विषयों का विकास। - शिक्षाशास्त्र खंड – II
पाठ्य / अनुशासनाधारित साहस, सीखने और अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी परियोजना कार्य, सीखने के अध्ययन, मूल्यांकन।
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Bahuta aacha explain kiye hai sir app ne